सब इसी नाम से तो जानते थे उन्हें इस मलिन बस्ती में। सब इसी नाम से तो जानते थे उन्हें इस मलिन बस्ती में।
आसमान के पार भगवान दुविधा में पड़े हैं कि आखिर किसकी सुनें ? आसमान के पार भगवान दुविधा में पड़े हैं कि आखिर किसकी सुनें ?
वातावरण में एक अजीब सी घुटन और उमस बहुत तेजी के साथ बढ़ती सी लग रही थी । वातावरण में एक अजीब सी घुटन और उमस बहुत तेजी के साथ बढ़ती सी लग रही थी ।
सबको खुश रखेगी और वैसे भी पुरानी आदत तो वक़्त के साथ ही बदलेगी। सबको खुश रखेगी और वैसे भी पुरानी आदत तो वक़्त के साथ ही बदलेगी।
लेकिन मीडिया तो अभी तक पहुँची नहीं है, नीरा ने तर्क दिया.....। लेकिन मीडिया तो अभी तक पहुँची नहीं है, नीरा ने तर्क दिया.....।
सरकारी टैंकर से पानी की पूर्ति होती और गर्मियों में तो लम्बी लाइनों में पानी की मारा मारी है सरकारी टैंकर से पानी की पूर्ति होती और गर्मियों में तो लम्बी लाइनों में पानी की ...